हे माँ मुझको ऐसा घर दे – भजन

।।हे माँ मुझको ऐसा घर दे – भजन।। हे माँ मुझको ऐसा घर दे, जिसमे तुम्हारा मंदिर हो, ज्योत जगे दिन रैन तुम्हारी, तुम मंदिर के अन्दर हो। हे माँ, हे माँ, हे माँ, हे माँ, जय जय माँ, जय जय माँ। इक कमरा जिसमे तुम्हारा आसन माता सजा रहे, हर पल हर छिन भक्तो … Read more

सरस्वत्यष्टोत्तरशत नामस्तोत्रम्

॥सरस्वत्यष्टोत्तरशत नामस्तोत्रम्॥ सरस्वती महाभद्रा महामाया वरप्रदा । श्रीप्रदा पद्मनिलया पद्माक्षी पद्मवक्त्रिगा ॥ शिवानुजा पुस्तकहस्ता ज्ञानमुद्रा रमा च वै । कामरूपा महाविद्या महापातकनाशिनी ॥ महाश्रया मालिनी च महाभोगा महाभुजा । महाभागा महोत्साहा दिव्यांगा सुरवंदिता ॥ महाकाली महापाशा महाकारा महांकुशा । सीता च विमला विश्वा विद्युन्माला च वैष्णवी ॥ चंद्रिका चंद्रलेखाविभूषिता च महाफला । सावित्री सुरसादेवी दिव्यालंकारभूषिता … Read more

लक्ष्मी नृसिंह करावलंब स्तोत्रम्

॥लक्ष्मी नृसिंह करावलंब स्तोत्रम्॥ श्रीमत्पयोनिधिनिकेतन चक्रपाणे भोगींद्रभोगमणिराजित पुण्यमूर्ते । योगीश शाश्वत शरण्य भवाब्धिपोत लक्ष्मीनृसिंह मम देहि करावलंबम् ॥ ब्रह्मेंद्ररुद्रमरुदर्ककिरीटकोटि संघट्टितांघ्रिकमलामलकांतिकांत । लक्ष्मीलसत्कुचसरोरुहराजहंस लक्ष्मीनृसिंह मम देहि करावलंबम् ॥ संसारदावदहनाकरभीकरोरु- ज्वालावलीभिरतिदग्धतनूरुहस्य । त्वत्पादपद्मसरसीरुहमागतस्य लक्ष्मीनृसिंह मम देहि करावलंबम् ॥ संसारजालपतिततस्य जगन्निवास सर्वेंद्रियार्थ बडिशाग्र झषोपमस्य । प्रोत्कंपित प्रचुरतालुक मस्तकस्य लक्ष्मीनृसिंह मम देहि करावलंबम् ॥ संसारकूमपतिघोरमगाधमूलं संप्राप्य दुःखशतसर्पसमाकुलस्य । दीनस्य … Read more

वेणु गोपाल अष्टकम्

॥वेणु गोपाल अष्टकम्॥ कलितकनकचेलं खंडितापत्कुचेलं गलधृतवनमालं गर्वितारातिकालम् । कलिमलहरशीलं कांतिधूतेंद्रनीलं विनमदवनशीलं वेणुगोपालमीडे ॥ व्रजयुवतिविलोलं वंदनानंदलोलं करधृतगुरुशैलं कंजगर्भादिपालम् । अभिमतफलदानं श्रीजितामर्त्यसालं विनमदवनशीलं वेणुगोपालमीडे ॥ घनतरकरुणाश्रीकल्पवल्ल्यालवालं कलशजलधिकन्यामोदकश्रीकपोलम् । प्लुषितविनतलोकानंतदुष्कर्मतूलं विनमदवनशीलं वेणुगोपालमीडे ॥ शुभदसुगुणजालं सूरिलोकानुकूलं दितिजततिकरालं दिव्यदारायितेलम् । मृदुमधुरवचःश्री दूरितश्रीरसालं विनमदवनशीलं वेणुगोपालमीडे ॥ मृगमदतिलकश्रीमेदुरस्वीयफालं जगदुदयलयस्थित्यात्मकात्मीयखेलम् । सकलमुनिजनालीमानसांतर्मरालं विनमदवनशीलं वेणुगोपालमीडे ॥ असुरहरणखेलनं नंदकोत्क्षेपलीलं विलसितशरकालं विश्वपूर्णांतरालम् । शुचिरुचिरयशश्श्रीधिक्कृत श्रीमृणालं विनमदवनशीलं … Read more

बाल मुकुंदाष्टकम्

॥बाल मुकुंदाष्टकम्॥ करारविंदेन पदारविंदं मुखारविंदे विनिवेशयंतम् । वटस्य पत्रस्य पुटे शयानं बालं मुकुंदं मनसा स्मरामि ॥ संहृत्य लोकान्वटपत्रमध्ये शयानमाद्यंतविहीनरूपम् । सर्वेश्वरं सर्वहितावतारं बालं मुकुंदं मनसा स्मरामि ॥ इंदीवरश्यामलकोमलांगं इंद्रादिदेवार्चितपादपद्मम् । संतानकल्पद्रुममाश्रितानां बालं मुकुंदं मनसा स्मरामि ॥ लंबालकं लंबितहारयष्टिं शृंगारलीलांकितदंतपंक्तिम् । बिंबाधरं चारुविशालनेत्रं बालं मुकुंदं मनसा स्मरामि ॥ शिक्ये निधायाद्यपयोदधीनि बहिर्गतायां व्रजनायिकायाम् । भुक्त्वा यथेष्टं कपटेन … Read more

अर्ध नारीश्वर अष्टकम्

॥अर्ध नारीश्वर अष्टकम्॥ चांपेयगौरार्धशरीरकायै कर्पूरगौरार्धशरीरकाय । धम्मिल्लकायै च जटाधराय नमः शिवायै च नमः शिवाय ॥ कस्तूरिकाकुंकुमचर्चितायै चितारजःपुंज विचर्चिताय । कृतस्मरायै विकृतस्मराय नमः शिवायै च नमः शिवाय ॥ झणत्क्वणत्कंकणनूपुरायै पादाब्जराजत्फणिनूपुराय । हेमांगदायै भुजगांगदाय नमः शिवायै च नमः शिवाय ॥ विशालनीलोत्पललोचनायै विकासिपंकेरुहलोचनाय । समेक्षणायै विषमेक्षणाय नमः शिवायै च नमः शिवाय ॥ मंदारमालाकलितालकायै कपालमालांकितकंधराय । दिव्यांबरायै च दिगंबराय … Read more

उमा महेश्वर स्तोत्रम्

॥ उमा महेश्वर स्तोत्रम् ॥ नमः शिवाभ्यां नवयौवनाभ्यां परस्पराश्लिष्टवपुर्धराभ्याम् । नगेंद्रकन्यावृषकेतनाभ्यां नमो नमः शंकरपार्वतीभ्याम् ॥ नमः शिवाभ्यां सरसोत्सवाभ्यां नमस्कृताभीष्टवरप्रदाभ्याम् । नारायणेनार्चितपादुकाभ्यां नमो नमः शंकरपार्वतीभ्याम् ॥ नमः शिवाभ्यां वृषवाहनाभ्यां विरिंचिविष्ण्विंद्रसुपूजिताभ्याम् । विभूतिपाटीरविलेपनाभ्यां नमो नमः शंकरपार्वतीभ्याम् ॥ नमः शिवाभ्यां जगदीश्वराभ्यां जगत्पतिभ्यां जयविग्रहाभ्याम् । जंभारिमुख्यैरभिवंदिताभ्यां नमो नमः शंकरपार्वतीभ्याम् ॥ नमः शिवाभ्यां परमौषधाभ्यां पंचाक्षरीपंजररंजिताभ्याम् । प्रपंचसृष्टिस्थितिसंहृताभ्यां नमो नमः शंकरपार्वतीभ्याम् … Read more

अर्ध नारीश्वर स्तोत्रम्

॥अर्ध नारीश्वर स्तोत्रम्॥ चांपेयगौरार्धशरीरकायै कर्पूरगौरार्धशरीरकाय । धम्मिल्लकायै च जटाधराय नमः शिवायै च नमः शिवाय ॥ कस्तूरिकाकुंकुमचर्चितायै चितारजःपुंज विचर्चिताय । कृतस्मरायै विकृतस्मराय नमः शिवायै च नमः शिवाय ॥ झणत्क्वणत्कंकणनूपुरायै पादाब्जराजत्फणिनूपुराय । हेमांगदायै भुजगांगदाय नमः शिवायै च नमः शिवाय ॥ विशालनीलोत्पललोचनायै विकासिपंकेरुहलोचनाय । समेक्षणायै विषमेक्षणाय नमः शिवायै च नमः शिवाय ॥ मंदारमालाकलितालकायै कपालमालांकितकंधराय । दिव्यांबरायै च दिगंबराय … Read more

श्री गंगा स्तोत्रम्

॥ श्री गंगा स्तोत्रम् ॥ देवि! सुरेश्वरि! भगवति! गंगे त्रिभुवनतारिणि तरलतरंगे । शंकरमौलिविहारिणि विमले मम मतिरास्तां तव पदकमले ॥ भागीरथिसुखदायिनि मातस्तव जलमहिमा निगमे ख्यातः । नाहं जाने तव महिमानं पाहि कृपामयि मामज्ञानम् ॥ हरिपदपाद्यतरंगिणि गंगे हिमविधुमुक्ताधवलतरंगे । दूरीकुरु मम दुष्कृतिभारं कुरु कृपया भवसागरपारम् ॥ तव जलममलं येन निपीतं परमपदं खलु तेन गृहीतम् । मातर्गंगे त्वयि … Read more

श्री कृष्ण भोग आरती

।। श्री कृष्ण भोग आरती ।। आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… दुर्योधन को मेवा त्यागो, साग विदुर घर खायो प्यारे मोहन, आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… भिलनी के बैर सुदामा के तंडुल रूचि रूचि भोग लगाओ प्यारे मोहन… आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… वृदावन की कुञ्ज गली मे, आओं रास … Read more

ब्रजराज ब्रजबिहारी! इतनी विनय हमारी – भजन

||ब्रजराज ब्रजबिहारी! इतनी विनय हमारी || ब्रजराज ब्रजबिहारी, गोपाल बंसीवारे इतनी विनय हमारी, वृन्दा-विपिन बसा ले कितने दरों पे भटके, कितने ही दर बनाये अब तेरे हो रहें हैं, जायें न हम निकाले ब्रजराज ब्रजबिहारी, गोपाल बंसीवारे जोड़ी तेरी हमारी कैसी रची विधाता जो तुम हो तन के काले, हम भी हैं मन के काले … Read more

हरी नाम की माला जप ले – भजन

॥हरी नाम की माला जप ले – भजन॥ हरी नाम की माला जप ले, पल की खबर नही,ओ… । अन्तरघट मन को मथ ले, पल की खबर नही,ओ… ॥ ॥ हरी नाम की माला ॥ नाम बिना ये तेरा, जीवन अधूरा है, घाटा सत्संग बिना, होता नही पूरा है । तेरी बीती उमरिया सारी, पल … Read more

कण कण में श्याम – भजन

।।कण कण में श्याम – भजन।। खाटू के कण कण में, बसेरा करता साँवरा, जाने कैसा वेश बनाए, हर गली में आया जाया, करता साँवरा, सांवरा तुझमे साँवरा, साँवरा मुझ में सांवरा, सांवरा सब में साँवरा। रींगस से खाटू नगरी तक, पैदल चलते लोग, पीठ के बल, कोई पेट के बल, लेट के चलते लोग, … Read more

शिवजी सत्य है – भजन

|| शिवजी सत्य है – भजन || जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावितस्थले गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजंगतुंगमालिकाम्‌ डमड्डमड्डमड्डमनिनादवड्डमर्वयं चकार चंडतांडवं तनोतु नः शिवः शिवम बम बम भोले बम बम भोले, बम बम भोले बम बम भोले बम बम भोले, बम बम भोले चाहू दिशा में शिव, शोहरत में शिव कल कल में शिव, पल पल में शिव ॐ नमः शिवाय … Read more

शिव अमृतवाणी

|| शिव अमृतवाणी || कल्पतरु पुन्यातामा प्रेम सुधा शिव नाम हितकारक संजीवनी शिव चिंतन अविराम पतिक पावन जैसे मधुर शिव रसन के घोलक भक्ति के हंसा ही चुगे मोती ये अनमोल जैसे तनिक सुहागा सोने को चमकाए शिव सुमिरन से आत्मा अध्भुत निखरी जाये जैसे चन्दन वृक्ष को डसते नहीं है नाग शिव भक्तो के … Read more